बीमा सखी योजना 2025: 10वीं पास महिलाओं के लिए सुनहरा अवसर LIC Bima Sakhi Yojana 2025

नीचे 1000 शब्द का विस्तृत हिन्दी लेख प्रस्तुत है जिसमें “LIC बीमा सखी योजना 2025” की पूरी जानकारी सामर्थ्य के साथ दी गई है।

LIC बीमा सखी योजना 2025: महिलाओं का सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन

LIC की बीमा सखी योजना 2025 एक महिला-केंद्रित पहल है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 दिसंबर 2024 को हरियाणा के पानीपत में प्रारंभ किया। इसका मुख्य उद्देश्य 18 से 70 वर्ष की आयु की 10वीं पास महिलाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें LIC एजेंट बनाना है और तीन वर्षों तक स्टाइपेंड के माध्यम से आर्थिक सहायता देना है(pmindia.gov.in)।

योजना की रूपरेखा
यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को लक्षित करती है। LIC के अनुसार, इस योजना के तहत प्रत्येक महिला बीमा सखी को पहले वर्ष में ₹7,000 मासिक स्टाइपेंड, दूसरे वर्ष में ₹6,000 और तीसरे वर्ष में ₹5,000 प्रति माह दिया जाएगा, बशर्ते कि पॉलिसियों का पुनरुद्धार दर 65% बनी रहे(livemint.com)। इसके अतिरिक्त, पहले वर्ष में कम से कम 24 पॉलिसियों की बिक्री पर वार्षिक ₹48,000 का कमीशन मिलेगा(licindia.in)।

योजना के प्रमुख उद्देश्य
सशक्तिकरण– यह योजना ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें(policybazaar.com, hindi.business-standard.com)।
वित्तीय जागरूकता– बीमा सखियों के माध्यम से बीमा की समझ व जागरूकता बढ़ती है(aajtak.in)।
रोजगार सृजन– LIC वर्ष में 1 लाख बीमा सखी तैयार करने और तीन वर्षों में 2 लाख महिलाओं को योजना में शामिल करने का लक्ष्य रखता है(haribhoomi.com)।

प्रारंभिक उपलब्धियां
योजना के केवल एक महीने के भीतर ही 52,511 महिलाओं ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 27,695 को नियुक्ति पत्र मिले और 14,583 महिलाएं पॉलिसी बेचना शुरू कर चुकी हैं(licindia.in, m.economictimes.com)। LIC का लक्ष्य है कि देश के प्रत्येक पंचायत में कम‑से‑कम एक बीमा सखी हो(m.economictimes.com)।

योग्यता एवं पात्रता
• आयु: 18‑70 वर्ष(licindia.in)
• न्यूनतम शिक्षा: 10वीं पास(haribhoomi.com)
• अपात्र: LIC एजेंट या कर्मचारी तथा उनके पारिवारिक सदस्य, सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पूर्व एजेंट नहीं आवेदन कर सकते(licindia.in)।

स्टाइपेंड और कमीशन ढांचा
• पहला वर्ष: ₹7,000/माह
• दूसरा वर्ष: ₹6,000/माह (कम से कम 65% पॉलिसियों के रिन्यूअल पर आधारित)
• तीसरा वर्ष: ₹5,000/माह (65% रिन्यूअल शर्त)(livemint.com, licindia.in)
• कमीशन: कम‑से‑कम 24 पॉलिसियों पर ₹48,000 वार्षिक कमीशन(hindi.business-standard.com)।

प्रशिक्षण और विकास
चयनित महिलाओं को LIC के विशेषज्ञों द्वारा पॉलिसी ज्ञान, वित्तीय साक्षरता, कस्टमर संवाद, बिक्री रणनीति, फॉलो-अप, डिजिटल टूल्स उपयोग आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है(haribhoomi.com)। योजना सफल होने पर उन्हें LIC एजेंट कोड और प्रमाणपत्र मिलते हैं, जिससे वे औपचारिक एजेंट बनकर कार्य शुरू कर सकती हैं(livemint.com)। स्नातक महिलाएं प्रदर्शन के आधार पर डेवलपमेंट ऑफिसर पदों के लिए भी योग्य बनती हैं(livemint.com)।

आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन– LIC की वेबसाइट पर “बीमा सखी के लिए आवेदन करें” सेक्शन में जाकर फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें (आयु‑शिक्षा‑पता‑पहचान‑फोटो‑बैंक विवरण आदि)(haribhoomi.com)।
ऑफलाइन– नजदीकी LIC शाखा, CSC सेंटर या पंचायत कार्यालय में जाकर आधिकारिक फॉर्म भरें और जमा करें(haribhoomi.com)। चयन के बाद प्रशिक्षण और नियुक्ति की जानकारी SMS/ई‑मेल द्वारा प्राप्त होगी।

महत्वपूर्ण विशेषताएँ
• ग्रामीण महिलाओं के लिए घर‑बैठे काम का अवसर, जिससे गाँव छोड़ने की जरूरत नहीं(haribhoomi.com)।
• पहली तीन वर्ष की आर्थिक सुरक्षा स्टाइपेंड से सुनिश्चित होती है।
• उच्च प्रदर्शन पर बोनस एवं अतिरिक्त कमीशन मिलेगा(haribhoomi.com, aajtak.in)।
• डिजिटल कौशल के साथ वित्तीय समझ विकसित होती है।

सरकारी दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री ने इस योजना को महिलाओं की वित्तीय सहभागिता बढ़ाने और “इंश्योरेंस फॉर ऑल” की दिशा में एक मजबूत कदम बताया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे महिला आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण उपायकरार दिया। LIC MD सिद्धार्थ महांती ने कहा है कि यह योजना प्रत्येक पंचायत तक पहुँचने और ग्रामीण बीमा कवरेज बढ़ाने का एक अभियान है।

लाभ और चुनौतियाँ
लाभ– लंबे समय तक स्थिर आय, सामाजिक सम्मान, आत्मनिर्भरता, ग्रामीण विकास, वित्तीय जागरूकता, और LIC के साथ ठोस करियर अवसर। चुनौतियाँ– रिन्यूअल टारगेट का पालन, डिजिटल लेन‑देन की समझ, इंश्योरेंस की बात समझाने की क्षमता और बिक्री दबाव से निपटने की शिक्षण आवश्यकता।

उदाहरण
• सिता, एक गृहिणी, LIC एजेंट बनकर अपने गाँव में शिक्षा‑स्वास्थ्य संरक्षण के लिए पॉलिसी बेचती है और भरपूर कमीशन अर्जित करती है।
• राधा, विधवा, LIC के प्रशिक्षण से सशक्त बनी और दूसरे विधवाओं एवं बुजुर्गों को पॉलिसी दिलाकर पंचायत में अच्छी पहचान बनाई।
• मीरा, एक छोटी व्यापारिका, बीमा सखी बनकर ग्राहक‑संवाद में कुशल हुई और स्वास्थ्य व व्यवसाय बीमा बेचकर आय के नए स्रोत जोड़े(hindi.business-standard.com)। इन कहानियों से स्पष्ट है कि यह योजना न केवल आय देती है बल्कि सामाजिक स्थिति भी मजबूत करती है।

भविष्य की राह
2025 के अंत तक LIC 1 लाख बीमा सखी नियुक्ति एवं तीन वर्षों में 2 लाख तक का लक्ष्य है(haribhoomi.com)। ग्रामीण पंचायतों में एक‑एक बीमा सखी तैनात करने की रणनीति ग्रामीण वित्तीय समावेशन को नई दिशा देगी। डिजिटल लेन‑देन और बैंक-बीमा सेवाओं की भागीदारी में वृद्ध‍ि होगी।

निष्कर्ष
LIC बीमा सखी योजना 2025 एक ऐतिहासिक पहल है जो ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित, पोषित और आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है। यह योजना वित्तीय समावेशन को बल देती है और बीमा क्षेत्र को गावों तक पहुँचाती है। तीन वर्षों के स्टाइपेंड, कमीशन, प्रशिक्षण तथा करियर विकल्प इसे महिलाओं के लिए एक सम्मानजनक अवसर बनाते हैं। यदि आप 18‑70 वर्ष की 10वीं पास महिला हैं तो आज ही LIC बीमा सखी योजना में आवेदन करें और आत्मनिर्भरता, सम्मान और आत्म-सम्मान की ओर पहला कदम बढ़ाएँ।

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