दिल्ली के इन इलाकों में 4 दिन पानी बंद! जल बोर्ड ने जारी की लिस्ट
दिल्ली में इन दिनों पानी संकट ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। राजधानी के कई इलाकों में जल बोर्ड ने पानी की सप्लाई रोकने का एलान किया है। इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि किन इलाकों में पानी की सप्लाई रुकेगी, कब तक रुकेगी और इसके पीछे कारण क्या हैं।
क्यों पैदा हुआ दिल्ली में पानी संकट?
दिल्ली में हर साल गर्मी बढ़ने के साथ ही पानी की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। यमुना नदी पर निर्भर रहने वाली दिल्ली में इस बार यमुना का जलस्तर काफी गिर गया है। हरियाणा से भी पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसका असर सीधे दिल्ली की जनता पर पड़ा है। जल बोर्ड को मजबूरी में कई जगहों पर सप्लाई रोकनी पड़ रही है ताकि बाकी इलाकों में कम से कम जरूरी पानी पहुंचाया जा सके।
जल बोर्ड ने क्या कहा?
दिल्ली जल बोर्ड ने हाल ही में एक नोटिस जारी किया है जिसमें बताया गया है कि किन इलाकों में पानी की सप्लाई कुछ दिनों के लिए बंद रहेगी। जल बोर्ड के मुताबिक पाइपलाइन की मरम्मत और जलाशयों में कम पानी होने की वजह से यह फैसला लिया गया है। जल बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि वे पानी का इस्तेमाल सोच-समझकर करें और बिना जरूरत पानी बर्बाद न करें।
कब से कब तक रहेगी पानी की कटौती?
जल बोर्ड ने साफ किया है कि 4 दिन तक कुछ इलाकों में पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद रहेगी या बहुत कम दबाव से आएगी। ज्यादातर जगहों पर यह कटौती सुबह से शुरू होकर देर रात तक जारी रहेगी। कुछ इलाकों में टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाने की व्यवस्था की गई है लेकिन टैंकरों की संख्या सीमित है इसलिए परेशानी तो होगी ही।
कौन-कौन से इलाके होंगे प्रभावित?
जल बोर्ड ने जिन इलाकों की लिस्ट जारी की है उसमें दिल्ली के कई प्रमुख रिहायशी और व्यावसायिक इलाके शामिल हैं। इनमें कुछ प्रमुख नाम हैं:
- ओखला
- संगम विहार
- मालवीय नगर
- लाजपत नगर
- कालकाजी
- महरौली
- वसंत कुंज
- द्वारका के कुछ सेक्टर
- उत्तम नगर
- नजफगढ़
- मादीपुर
- जनकपुरी के कुछ हिस्से
इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में पानी स्टोर करके रखें ताकि जरूरत के वक्त परेशानी कम हो।
टैंकर से कैसे मिलेगा पानी?
दिल्ली जल बोर्ड ने टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाने का भी प्लान बनाया है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। लोग हेल्पलाइन पर कॉल करके टैंकर मंगवा सकते हैं। हालांकि, पिछले अनुभव बताते हैं कि टैंकर की डिमांड बहुत ज्यादा होने की वजह से हर जगह वक्त पर पानी पहुंचा पाना मुश्किल होता है।
पानी बचाने के लिए क्या करें?
पानी संकट से निपटने के लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे। इसके लिए कुछ छोटे-छोटे कदम बहुत कारगर हो सकते हैं जैसे
- टूटी पाइपलाइन या नल को तुरंत ठीक कराना
- बाल्टी से नहाना, शावर या पाइप का कम इस्तेमाल करना
- बर्तन धोते वक्त नल खुला न छोड़ना
- कार या स्कूटर धोने के लिए पाइप का इस्तेमाल न करें बल्कि बाल्टी से साफ करें
- बगीचे या पौधों को कम पानी में ही संभालना
हर घर अगर थोड़ा भी पानी बचाएगा तो इसका असर बहुत बड़ा होगा।
सरकार क्या कर रही है?
दिल्ली सरकार ने पानी संकट को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हरियाणा सरकार से बात चल रही है ताकि यमुना से दिल्ली को मिलने वाले पानी की मात्रा बढ़ाई जा सके। इसके अलावा जल बोर्ड को पाइपलाइन की मरम्मत जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने टैंकरों की संख्या भी बढ़ाने की बात कही है ताकि ज्यादा से ज्यादा इलाकों में पानी पहुंचाया जा सके।
लोगों को किस बात का ध्यान रखना चाहिए?
पानी की कमी के चलते कई जगहों पर लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। लेकिन यह वक्त संयम से काम लेने का है। पानी की सप्लाई अचानक पूरी तरह सामान्य नहीं हो सकती। लोग ज्यादा से ज्यादा पानी जमा कर लें, लेकिन बर्बादी से बचें। इसके अलावा जिन इलाकों में सप्लाई जारी है वहां भी लोग पानी का इस्तेमाल सोच-समझकर करें ताकि पूरे शहर में संकट को थोड़ा कम किया जा सके।
भविष्य में ऐसे हालात से कैसे बचा जाए?
दिल्ली में पानी संकट कोई नई बात नहीं है। हर साल गर्मी के दिनों में यही हाल होता है। इसका स्थायी समाधान तभी निकल सकता है जब सरकार और लोग दोनों गंभीरता से पानी बचाने के कदम उठाएं। वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना चाहिए। हर कॉलोनी और बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होना चाहिए ताकि बारिश का पानी जाया न हो। पुराने पाइपलाइन सिस्टम को बदलकर नई तकनीक का इस्तेमाल करना होगा ताकि लीकेज कम हो सके।
निष्कर्ष
दिल्ली में पानी संकट ने एक बार फिर याद दिला दिया है कि पानी की हर बूंद कितनी कीमती है। अगर अभी से जागरूक नहीं हुए तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। जल बोर्ड ने जो लिस्ट जारी की है उसके मुताबिक ओखला, संगम विहार, मालवीय नगर जैसे इलाकों के लोगों को अगले चार दिन मुश्किल झेलनी पड़ेगी। ऐसे में जरूरी है कि लोग पानी को संभालकर इस्तेमाल करें और अपने स्तर पर बचत के छोटे-छोटे उपाय जरूर अपनाएं।