School Summer Vacation 2025: 45 दिन बंद रहेंगे स्कूल, छात्रों की हो गई बल्ले बल्ले, देखे पूरी ख़बर

देश के अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों में समर वेकेशन की घोषणा कर दी गई है। (School Summer Vacation) छात्रों के चेहरे पर राहत और मुस्कान साफ देखी जा सकती है क्योंकि उन्हें मिलने जा रही है 45 दिनों की लंबी छुट्टियाँ। यह वह समय होता है जब स्कूल बैग, यूनिफॉर्म और होमवर्क की जगह मस्ती, घुमक्कड़ी और दादी-नानी के घर की यादें बनती हैं।

गर्मी की इस छुट्टी को लेकर बच्चों से लेकर माता-पिता तक खासे उत्साहित हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी शिक्षा विभाग ने राज्यवार गर्मियों की छुट्टियों की तिथियों का ऐलान कर दिया है। देश के कई राज्यों में छुट्टियाँ मई के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर जुलाई के पहले सप्ताह तक चलेंगी।

क्यों की गई स्कूलों में 45 दिन की छुट्टियों की घोषणा?

School Summer Vacation: भारत के उत्तरी, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर है। तापमान कई स्थानों पर 44 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च तापमान में छोटे बच्चों का बाहर निकलना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। डिहाइड्रेशन, लू, हीट स्ट्रोक जैसी समस्याओं की संभावना बढ़ जाती है। इन्हीं कारणों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

किन राज्यों में कब से शुरू होंगी छुट्टियाँ?

School Summer Vacation: हर राज्य की जलवायु और स्कूल बोर्ड के कैलेंडर को देखते हुए गर्मी की छुट्टियाँ अलग-अलग तारीखों से शुरू हो रही हैं। अधिकांश राज्यों में छुट्टियाँ मई के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर जुलाई के पहले सप्ताह तक रहेंगी।

राज्य समर वेकेशन प्रारंभ समापन
उत्तर प्रदेश 20 मई 2025 5 जुलाई 2025
दिल्ली 11 मई 2025 30 जून 2025
राजस्थान 15 मई 2025 30 जून 2025
मध्य प्रदेश 18 मई 2025 1 जुलाई 2025
बिहार 25 मई 2025 10 जुलाई 2025
हरियाणा 1 जून 2025 16 जुलाई 2025

छुट्टियों की घोषणा के बाद से ही छात्रों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। कुछ बच्चे अपने ननिहाल जाने की तैयारी में हैं तो कुछ कोडिंग क्लास, समर कैंप या स्विमिंग जैसे नए अनुभव लेने की योजना बना रहे हैं। (School Summer Vacation) पेरेंट्स भी इस छुट्टी को बच्चों के विकास के लिए रचनात्मक बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

छात्रा साक्षी चौधरी (कक्षा 8) कहती हैं, “छुट्टियाँ मतलब मस्ती, मूवी, आइसक्रीम और दादी के घर की यादें। इस बार मैं पेंटिंग क्लास भी जॉइन कर रही हूं।” वहीं छात्र अयान मलिक (कक्षा 6) का कहना है, “मैं हर गर्मी में मम्मी-पापा के साथ किसी हिल स्टेशन जाता हूं। इस बार शिमला प्लान है। School Summer Vacation

शिक्षकों को भी राहत, लेकिन काम जारी रहेगा

School Summer Vacation: छात्रों की तरह शिक्षक भी समर ब्रेक में कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं। हालांकि अधिकांश स्कूलों ने शिक्षकों के लिए गर्मी की छुट्टियों में कुछ विशेष कार्यशालाएं, प्रशिक्षण कार्यक्रम या मूल्यांकन प्रक्रिया निर्धारित की है।

एक वरिष्ठ शिक्षक कहते हैं, “छुट्टियों का समय शिक्षक के लिए भी आत्ममंथन का होता है। हम इस दौरान आगामी सत्र की योजना, पाठ्यक्रम की तैयारी और नए शिक्षण तरीके सीखने पर ध्यान देते हैं।

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समर वेकेशन में क्या करें बच्चे?

समर ब्रेक केवल मस्ती का ही नहीं बल्कि रचनात्मकता और सीखने का भी अवसर होता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को पूरी छुट्टी मोबाइल या टीवी पर न बिताने दें। इसके बजाय कुछ रचनात्मक कार्यों में शामिल करें जैसे:

  • बुक रीडिंग: उम्र के अनुसार रोचक और नैतिक शिक्षा वाली किताबें पढ़वाएं।
  • होम प्रोजेक्ट्स: साइंस मॉडल, किचन गार्डनिंग या हैंडमेड क्राफ्ट्स।
  • स्पोर्ट्स: सुबह-शाम खेल के लिए समय निकालें।
  • योग और ध्यान: मानसिक विकास और शांति के लिए जरूरी।
  • नए कोर्स: ऑनलाइन कोर्स जैसे ड्राइंग, डांस, कोडिंग आदि।

स्कूलों में दोबारा कब से होंगी कक्षाएं शुरू?

School Summer Vacation: राज्यवार छुट्टियों के समापन की तिथियों के अनुसार जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह से स्कूल दोबारा खुलेंगे। सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों की पुनरावृत्ति (Revision) के साथ नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत करें ताकि गर्मी की छुट्टियों के दौरान छूटी हुई पढ़ाई को दोबारा से गति मिल सके।

स्कूल शिक्षा विभाग की एडवाइजरी | School Summer Vacation

शिक्षा विभाग ने छुट्टियों के दौरान छात्रों के लिए विशेष दिशानिर्देश भी जारी किए हैं:

  1. छुट्टियों में भी पढ़ाई की आदत बनी रहे, इसके लिए कुछ हल्के होमवर्क दिए जाएं।
  2. बच्चों को अनावश्यक बाहर न जाने दें, विशेषकर दोपहर 12 से 4 बजे के बीच।
  3. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त पानी और ताजे फलों का सेवन कराएं।
  4. अभिभावकों को बच्चों के डिजिटल स्क्रीन टाइम पर नियंत्रण रखने की सलाह।

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